Sunday 29 March 2020

Nadani - ek mata pita ki dastan

नादानी - एक मातापिता की दास्ताँ।

नादानी से भरा एक जोड़ा पकड़ा गया। एयरपोर्ट पर तैनात महिला सिक्योरिटी ऑफिसर को, एक महिला के कंधे पैर टंगे बैग को देखकर, उस महिला पर कुछ शक हुआ। वह एक भारतीय कपल था जो कैनेडा से भारत आ रहा था। कपल को पकड़ कर तलाशी के लिए ले जाया गया। जहाँ उनको एक जीवित बच्चे को हैण्ड बैग में डालकर स्मगल करते हुए पाया गया। 



पूछताछ के दौरान पता चला कि पुरुष का नाम रोहित व महिला का नाम आनंदी है वे अपने ही बच्चे को बैग में रखकर लाये थे। कारण पूछने पर रोहित ने बताया कि जब वे कैनेडा एयरपोर्ट पर थे तो उनके पास उनके छः माह के बच्चे का वीजा नहीं होने के कारण उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया था। उन्हें वहां पर दो दिन रुकने के लिए बोला गया। वीजा ऑफिस दो दिन बाद खुलने वाला था। रोहित ने आनंदी को सलाह दी कि अगर वे अपने बच्चे को बैग में रखकर ले जाये तो किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा। बस उन्होंने इस ही किया और भारत में पकडे गए। उन्होंने दो दिन इंतिजार न करके अवैध तरीके से तुरंत निकलने का फैसला लिया था और बेमतलब की मुसीबत को अपने गले लगा लिया था। 

रोहित ने पुलिस को बताया कि भारत में उसके पिताजी की मृत्यु हो गयी है इसलिए उसे ये रास्ता अपनाना पड़ा। लेकिन उन दोनों ने अपराध किया था जिसकी उन्हें सजा मिलनी थी कोर्ट में उन्हें दोषी पाया और छः महीने जेल की सजा सुनाई।

रोहित सोच रहा था कि काश वे इतनी जल्दबाजी न करते तो दो दिन बाद घर भी पहुँचते और अपने पिता की अंतिम यात्रा में भी शामिल होते। वे अपने पिता के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए थे अपनी एक नादानी के कारण।

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